Home राज्यछत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ रह रहे पाकिस्तानी हिन्दुओं ने गृहमंत्री विजय शर्मा से लगाई गुहार…. वापस न भेजें

छत्तीसगढ़ रह रहे पाकिस्तानी हिन्दुओं ने गृहमंत्री विजय शर्मा से लगाई गुहार…. वापस न भेजें

by News Desk

रायपुर
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरा देश पाकिस्तान के खिलाफ हो गया है। देश में आक्रोश है और ऐसे में भारत सरकार ने जो निर्णय लिया है उसके कारण भारत पहुंचे पाकिस्तानी हिन्दुओं में भय है। केन्द्र सरकार ने सभी वीजा कैंसिल कर दिए और पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का अल्टिमेटम दे दिया। इसके कारण पाकिस्तार से भारत पहुंचे पाकिस्तानी मुस्लिम तो वापस लौटने लगे लेकिन जो हिन्दू पाकिस्तान में अपनी संपत्ति छोड़कर भारत आ गए हैं उनके लिए मुसीबत खड़ी हो गई। छत्तीसगढ़ में भी ऐसा मामला सामने आया है। पाकिस्तान से संपत्ति बेचकर छत्तीसगढ़ के रायपुर पहुंचे 24 लोगों ने गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की और वापस पाकिस्तान न भेजने की अपील की। गृहमंत्री ने भी उन्हें आश्वस्त किया कि वे केन्द्र सरकार से बातचीत कर इस मसले को सुलझाएंगे।

मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में 24 लोगों का एक ग्रुप सिंध पाकिस्तान से रायपुर पहुंचा है। जिन्होंने खुद को हिंदु बताया है। यह सभी 22 अप्रैल को विजीटर्स वीजा पर पहुंचे हैं और यहीं रहने का इरादा कर चुके हैं। यह सभी ऐसे समय में छत्तीसगढ़ पहंचे हैं जब देशभर में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का विरोध हो रहा है और केंद्र सरकार ने पाकिस्तानियों को देश छोड़ने को कहा है। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से राज्य में सर्चिंग कर ऐसे लोगों को वापस भेजने को कहा है। ऐसे में इन लोगों के सामने वापस जाने का खतरा मंडरा रहा है जबकि यह लोग वापस जाना नहीं चाहते। इन लोगों ने शुक्रवार को गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की और कहा कि हमें वापस नहीं जाना है।

गृहमंत्री ने सोशल मीडिया में पोस्ट किया बातचीत का वीड़ियो
गृहमंत्री विजय शर्मा ने पाकिस्तान से रायपुर आए हिन्दू परिवारों के बीच हुई बातचीत का वीडियो जारी किया है। गृहमंत्री से मिलकर पाकिस्तान से आए हिन्दुओं ने अपना दर्द बताया। गृहमंत्री ने उनसे सारी जानकारी ली। कहां रहते हैं? छत्तीसगढ़ क्यों आए हैं? कब तक का वीजा है? आदि सवाल किए। विजय शर्मा से पाकिस्तान से आए हिन्दुओं ने बताया कि वे पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रहते हैं। इन लोगों ने 24 लोगों की एक लिस्ट सौंपी और बताया कि पाकिस्तान में उन पर काफी अन्याय होता है। हिन्दुओ के पाकिस्तान में कोई सिस्टम नहीं है, रास्ते में लूटमार हो जाती है। बच्चियां सेफ नहीं है यही कारण है वे अब पाकिस्तान लौटना नहीं चाहते।

कौन हैं ये पाकिस्तानी लोग जो विजय शर्मा से मिले

उपमुख्यमंत्री शर्मा से मिलने पहुंचे सुखदेव लुंद पाकिस्तान में सिंध के घोटकी जिला के खानपुर के रहने वाले हैं। वहां हिंदुओं की आबादी 3-4 हजार है। सुखदेव फिलहाल 45 दिनों के विजिटर वीसा पर रायपुर के शदाणी दरबार पहुंचे।

साथ में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। इनके अलावा रवि लुंद, निर्भय बत्रा, रोशन लाल और महेंद्र लाल भी अपने परिजन के साथ उसी दिन रायपुर पहुंचे। दल में 24 सदस्य हैं। इसके अलावा लगभग 100 और लोगों का जत्था भी लगभग एक माह पहले से रायपुर में है।

तो छत्तीसगढ़ सरकार क्या करेगी

गृहमंत्री विजय शर्मा ने इन पाकिस्तानी नागरिकों आश्वस्त किया कि इन्हें आम पाकिस्तानी नागरिक के बजाय ‘पाकिस्तान पीड़ित’ के रूप में देख रहे हैं। इस मामले में केंद्र सरकार से बात करेंगे, ताकि उन्हें वापस नहीं जाना पड़े।

ये लोग अपनी संपत्ति छोड़कर रायपुर आ गए हैं। इसलिए हम इन्हें ‘पाकिस्तान पीड़ित’ मानकर इनके मामले में प्राथमिकता के साथ विचार करेंगे।

सार्क वीजा वालों की की जांच शुरू

छत्तीसगढ़ में पाकिस्तान से आए करीब 2000 लोग रहते हैं। इसमें 1800 सिर्फ रायपुर में ही हैं। पाकिस्तान से रायपुर आने वाले 95 फीसदी लोग सिंधी समाज के हैं। बाकी मुस्लिम हैं। पुलिस जांच कर रही है कि जो 2000 लोग छत्तीसगढ़ में आए या रह रहे हैं वे किस वीजा के तहत आए हैं।

पुलिस सार्क वीजा वालों की तलाश कर रही है। क्योंकि केंद्र सरकार ने अभी केवल सार्क वीजा में आए लोगों को ही देश छोड़ने का निर्देश दिया है। पुलिस ने बताया कि सार्क वीजा 24 श्रेणी के लोगों को तुरंत दिया जाता है।

पाकिस्तान से आए कई लोगों ने सड्‌डू, महावीरनगर, बोरियाकला और माना रोड पर घर बना लिया है। अब ये लोग भारत की नागरिकता भी ले रहे हैं। हालांकि कई ऐसे लोग भी हैं, जिन्हें नागरिकता नहीं मिली है। ऐसे लोगों की अब पहचान की जा रही है।

नए सिरे से इनकी सूची तैयार की जा रही है। रायपुर के SSP लाल उमेद सिंह ने दैनिक भास्कर से कहा है कि रायपुर में रहने वाले पाकिस्तानियों की जांच की जा रही है। उनके दस्तावेजों की जांच के साथ थाने में सत्यापन किया जाएगा।

क्या है सार्क वीजा ?

सार्क वीजा 1992 में सार्क के सदस्य देशों के बीच यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए डिजाइन किया गया था। सार्क देशों में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल हैं। यह पहल इस्लामाबाद में 1988 के सार्क शिखर सम्मेलन में सामने आयी थी।

इस योजना के तहत पात्र व्यक्तियों को उनके देशों की ओर एक स्पेशल वीजा स्टिकर जारी किया जाता है. जिससे उन्हें अलग-अलग वीजा की जरूरत नहीं पड़ती है। इस सुविधा को अब पहलगाम अटैक के बाद खत्म किया गया है।

100 से ज्यादा पाकिस्तानी नागरिक हैं रायपुर में
पाकिस्तान में सिंध के घोटकी जिला के खानपुर के रहने वाले सुखदेव लुंद गृहमंत्री विजय शर्मा से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि वहां पर हिंदुओं की आबादी लगभग चार हजार के करीब है। सभी चाहते हैं कि वे पाकिस्तान छोड़कर हिन्दुस्तान में बस जाए। सुखदेव ने ग़ृहमंत्री को बताया कि वचे 45 दिनों के विजिटर वीजा पर रायपुर के शदाणी दरबार रायपुर पहुंचे हैं। उनके साथ पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। इनके साथ रवि लुंद, निर्भय बत्रा, रोशन लाल और महेंद्र लाल भी अपने परिवार के साथ रायपुर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि इनके अलावा लगभग 100 लोग पिछले एक माह रायपुर में है।

पाकिस्तान पीडि़त के रूप में देख रहे इन्हें
गृहमंत्री विजय शर्मा ने मुलाकात के बाद इन पाकिस्तानी हिन्दुओं को आश्वस्त किया कि वे इस संबंध में केन्द्र सरकार से चर्चा कर कोई सकारात्मह हल निकालेंगे। गृहमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान से रायपुर पहुंचे इन पाकिस्तानियों को आम पाकिस्तानी नागरिक के बजाय ‘पाकिस्तान पीड़ित के रूप में देख रहे हैं। यह लोग पाकिस्तान में खुद को इतना प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं कि अपनी संपत्ति छोड़कर आ गए हैं। गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि इनके मामले में प्राथमिकता के साथ विचार करेंगे।

 

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