इंदौर (महू): कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने पर सवाल उठाया और पूछा कि क्या गंगा में स्नान करने से गरीबी खत्म हो जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं में कैमरों के लिए डुबकी लगाने की होड़ लगी हुई है। महू में 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' रैली को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि भाजपा नेता तब तक डुबकी लगाते हैं जब तक कैमरे पर अच्छा लगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठा रहे हैं और अगर उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो वह माफी मांगते हैं। खड़गे ने कहा कि मोदी के झूठे वादों में मत फंसिए। क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी खत्म हो जाती है? क्या इससे पेट भर जाता है? मैं किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठाना चाहता। अगर किसी को बुरा लगा हो तो मैं माफी मांगता हूं। उन्होंने आगे कहा, "जब बच्चे भूख से मर रहे हैं, स्कूल नहीं जा रहे हैं, मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिल रही है, तब ये लोग हजारों रुपये खर्च करके गंगा में डुबकी लगाने की होड़ में लगे हैं। आपको बता दें कि खड़गे के इस बयान से पहले अमित शाह ने प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई थी। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अलग समय पर गंगा में स्नान किया था। शाह ने संगम क्षेत्र में शीर्ष संतों के साथ विशेष बैठक भी की थी।
गरीबों के नाम पर धर्म का इस्तेमाल गलत
खड़गे ने कहा कि उनकी भी ईश्वर में आस्था है, लेकिन गरीबों के नाम पर धर्म का इस्तेमाल गलत है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम धर्म के नाम पर गरीबों का शोषण बर्दाश्त नहीं करेंगे। वल्लभभाई पटेल ने आरएसएस को बंद करने का आदेश दिया था, फिर भी उन्होंने जवाहरलाल नेहरू और वल्लभभाई पटेल को एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर दिया। जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि हमें मिलकर उस भयानक समुदाय को नष्ट करना चाहिए जिसने हमारे युग के सबसे महान व्यक्ति (महात्मा गांधी) की हत्या की। हत्या की… आरएसएस और भाजपा देश विरोधी हैं। खड़गे ने यह भी कहा कि आरएसएस-बीजेपी देशद्रोही हैं। अगर हमें गरीबी और बेरोजगारी से मुक्ति चाहिए तो हमें संविधान की रक्षा करनी होगी। वे (आरएसएस-बीजेपी) कहते हैं कि हर मस्जिद के नीचे शिवलिंग मत ढूंढो, लेकिन वे लोगों को ऐसा करने के लिए उकसाते रहते हैं।
राहुल गांधी आपके लिए लड़ रहे हैं
खड़गे ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को इसी महू (अंबेडकर नगर) की धरती पर हुआ था। एक व्यक्ति ने पूरे देश में अछूतों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, गरीबों को अधिकार दिलाने की पूरी कोशिश की। जब एक व्यक्ति यह सब कर सकता है तो आप क्यों नहीं कर सकते? अगर आप सभी अंबेडकर जी जैसे बन जाएं तो यह बीजेपी सरकार हिल जाएगी, इनका नामोनिशान नहीं रहेगा। राहुल गांधी आपके लिए लड़ रहे हैं, उन्होंने कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा की… किसके लिए? आपके लिए!
बीजेपी ने किया पलटवार
खड़गे के बयान पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है। संबित पात्रा ने एक बयान जारी किया है। संबित ने कहा कि क्या वह किसी अन्य धर्म के बारे में ऐसा कह सकते हैं। सनातन धर्म के खिलाफ इस तरह के शब्द और बयान निंदनीय हैं। कांग्रेस पार्टी को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। यह वही खड़गे हैं जिन्होंने कहा था कि अगर हम सत्ता में आए तो सनातन को नष्ट कर देंगे। 'सनातन गर्व, महाकुंभ पर्व' के प्रति कांग्रेस पार्टी की यह नफरत करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर हमला है। भाजपा प्रवक्ता आशीष उषा अग्रवाल ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हिंदुओं की मान्यताओं को खारिज करते हैं! महाकुंभ पर कांग्रेस अध्यक्ष की घृणित सोच का प्रत्यक्ष प्रमाण! अंग्रेजों द्वारा स्थापित और एक इतालवी मालकिन द्वारा संचालित कांग्रेस पार्टी हमेशा हिंदुओं का अपमान करती है।