भोपाल: मध्य प्रदेश में बजट होटल के माध्यम से पर्यटन को एक नई दिशा देने की योजना बनाई जा रही है। प्रदेश में नए पर्यटन क्षेत्रों का विकास हो रहा है, जिससे पर्यटकों के ठहरने के लिए एक ठोस योजना तैयार की जा रही है। वर्तमान में बजट होटल की संख्या कम है, लेकिन सरकार ने नए पर्यटन स्थलों पर सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के माध्यम से बजट होटल स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
पिछले वर्ष 11.21 करोड़ पर्यटकों ने प्रदेश का दौरा किया, और इस वर्ष यह संख्या 16 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। 2028 में सिंहस्थ महापर्व के मद्देनजर, सरकार पहले से ही पर्यटन स्थलों और उनके आस-पास की सुविधाओं को विकसित करने में जुटी है। यह एक सकारात्मक संकेत है कि इससे पर्यटकों को मध्य प्रदेश की यात्रा सस्ती पड़ेगी।
बजट होटल क्या होते हैं
पूर्व की सरकार में 12 बजट होटलों को स्वीकृति मिल चुकी है, जो देवलोक कॉरिडोर और नए पर्यटन स्थलों के निकट बनाए जाएंगे। प्रमुख पर्यटन स्थलों के आसपास दूसरे और तीसरे श्रेणी के स्थलों का विकास किया जा रहा है, जहां बजट होटल खोले जाएंगे। इनमें धार्मिक सर्कल और जल पर्यटन क्षेत्र प्रमुख होंगे, जो पर्यटकों को सस्ती दरों पर ठहरने की सुविधा प्रदान करेंगे। इस प्रकार, बजट होटल न केवल पर्यटन को बढ़ावा देंगे, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त करेंगे।