Home खेल गौतम गंभीर का ‘गुरुमंत्र’: भारतीय खिलाड़ियों को निडरता के साथ खेलने का सुझाव

गौतम गंभीर का ‘गुरुमंत्र’: भारतीय खिलाड़ियों को निडरता के साथ खेलने का सुझाव

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भारत के युवा बल्‍लेबाज यशस्‍वी जायसवाल बांग्‍लादेश के खिलाफ आगामी टेस्‍ट सीरीज को लेकर काफी उत्‍साहित हैं। 22 साल के बल्‍लेबाज ने खुलासा किया है कि नव-नियुक्‍त हेड कोच गौतम गंभीर ने भारत को निडर क्रिकेट खेलने में मदद की है।

जायसवाल ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के दौरान टीम को गौतम गंभीर का भरपूर समर्थन मिला था। जायसवाल इस समय दलीप ट्रॉफी 2024 में हिस्‍सा ले रहे हैं, जहां वो भारत ए का प्रतिनिधित्‍व कर रहे हैं। बाएं हाथ के बल्‍लेबाज पहली पारी में 30 रन बनाकर खलील अहमद का शिकार होकर पवेलियन लौटे।

यशस्‍वी जायसवाल ने क्‍या कहा

भारतीय टीम को दलीप ट्रॉफी के बाद बांग्‍लादेश और फिर न्‍यूजीलैंड के खिलाफ टेस्‍ट सीरीज खेलनी है। जायसवाल ने पीटीआई से बातचीत में कहा, ''हां, मैंने श्रीलंका सीरीज के दौरान उनसे बातचीत की थी। उन्‍होंने वाकई हमारा समर्थन किया और कहा कि खुलकर खेलो और गेम का आनंद उठाओ, हम तुम्‍हारे साथ हैं।''

उन्‍होंने आगे कहा, ''गंभीर की बात से हमें विश्‍वास मिला और हमें निडर होकर खेलने में मदद मिली। मैं इस समय कड़ी मेहनत कर रहा हूं। पहले दलीप ट्रॉफी पर ध्‍यान है और फिर बांग्‍लादेश सीरीज पर ध्‍यान लगाऊंगा। आपको निरंतर बेहतर प्रदर्शन करना होता है और अपनी शैली पर लगातार काम करना होता है।''

जायसवाल की धमाकेदार शुरुआत

बता दें कि यशस्‍वी जायसवाल ने अपना टेस्‍ट डेब्‍यू इंग्‍लैंड के खिलाफ किया और बेहतरीन प्रदर्शन करके क्रिकेट जगत का ध्‍यान अपनी ओर आकर्षित किया। जायसवाल ने सीरीज में 700 से ज्‍यादा रन बनाए और वह सुनील गावस्‍कर के बाद ऐसा कमाल करने वाले दूसरे भारतीय बल्‍लेबाज बने थे।

बाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने 16 टेस्‍ट पारियों के अंदर ही 1000 रन का आंकड़ा पार कर लिया था। वह विनोद कांबली के बाद टेस्‍ट में सबसे तेज 1000 रन पूरे करने वाले दूसरे बल्‍लेबाज बने थे। कांबली ने 14 पारियों में 1000 रन का आंकड़ा पार किया था।

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